गवरमेंट बॉटनिकल गार्डन

गवरमेंट बॉटनिकल गार्डन की बात करे तो यह घूमने के लिए और देखने के लिए बहुत ही जबर्दस्त जगह है | तो चलिए गवरमेंट बॉटनिकल गार्डन के बारे में जानते हैं | इस गार्डन में 2000 से भी अधिक विदेशी प्रजाति के पेड़-पौधे हैं। इन उद्यानों को घूमने के लिए हरसाल लाखों पर्यटक आते है

मनाली

मनाली भारत के उत्तरी हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है। एक उच्च ऊंचाई वाला हिमालयी रिसॉर्ट शहर है। जो की कुल्लू घाटी के उत्तरी छोर पर बसा हुआ है। मनाली शहर की बात करे तो मनाली शहर का नाम मनु के नाम पर पड़ा है। मनाली शब्द का शाब्दिक अर्थ "मनु का निवास-स्थान" होता है।

विक्टोरिया मेमोरियल हॉल

विक्टोरिया मेमोरियल हॉल के बारे में बता दे की यह भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है। यह वर्तमान में एक संग्रहालय और एक पर्यटन आकर्षण के रूप में कार्य करता है। विक्टोरिया मेमोरियल हॉल का निर्माण रानी विक्टोरिया के 25 साल का शासन काल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में किया गया था।

हाजी अली दरगाह

हाजी अली दरगाह भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। हाजी अली के बारे में बता दे की यह एक धनी मुस्लिम व्यापारी, जो हाजी अली शाह बुखारी नामक एक संत द्वारा बनाया गया था। उन्होंने कहा कि मक्का की तीर्थयात्रा पर तैयार करने से पहले सभी सांसारिक सुखों का त्याग दिया।

मजोरदा बीच

मजोरदा बीच के बारे में बता दे की यह भारत के गोवा राज्य में स्थित है। यह मंडगांव रेलवे स्टेशन से करीब 11 किलोमीटर की दुरी पर है। मजोरदा समुद्र तट से कम दूरी पर Arossim, Benaulim, Velsao, Varca, पोंडा, Salcette और Bogmalo समुद्र तट जो गोवा के अन्य लोकप्रिय स्थलों में से एक है।

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19 Jan 2019

Tourist Place | Delhi Park Name And Address Part-3

Delhi Park Name And Address Part-3



दिल्ली के पार्क के बारे में बात करे तो इससे पहले कुछ पार्को के बारे में पोस्ट डाल चूका हूँ | यह तीसरा पोस्ट है दिल्ली के पार्को के बारे में | यहाँ हर पार्क में कुछ न कुछ नया देखने को मिलता हैं और ख़ास कर बच्चो के लिए घूमने, खेलने कूदने और मस्ती करने के लिए सबसे अच्छी पार्क ही होता है | कुछ लोग टहलने और अपने आप को शांति प्राप्त करने के लिए पार्क का दौरा तो जरूर ही करते है | इसके अलावा पार्क का डिमांड सबसे ज्यादा कपल का ही होता है | आज हम पार्क का नाम और अड्रेस के बारे में बताएंगे जिससे आप आसानी से इन जगहों पे जा कर घूम सकते हैं | दिल्ली में बहुत सारे पार्क है और सभी पार्को के नाम एक ही पोस्ट में नहीं बता पाएंगे इसलिए सारे पार्को के नाम और अड्रेस बताने के लिए कम से कम 3, 4,  पोस्ट करना पड़ेगा | तो आज के पोस्ट में कुछ ही पार्क और अड्रेस के बारे में बताएंगे |



दिल्ली के पार्क का नाम और अड्रेस

गांधी पार्क
एड्रेस----ए-ब्लॉक, हरि नगर, नानक पुरा, नई दिल्ली, दिल्ली-110064

रोशनारा पार्क
रोशनारा रोड, रोशनारा गार्डन, पुरानी दिल्ली, नई दिल्ली, दिल्ली-110007

हौज खास जिला पार्क
एड्रेस----अफ्रीका एवेन्यू, डीयर पार्क, हौज खास, नई दिल्ली, दिल्ली-110016

DDA पार्क
एड्रेस----मधुबन एन्क्लेव, प्रीत विहार, नई दिल्ली, दिल्ली-110092

इलाखी पार्क
एड्रेस----नेहरू एंक्लेव, शकरपुर खास, शकरपुर, नई दिल्ली, दिल्ली-110092

जुरासिक पार्क
एड्रेस----राजपथ, राजपथ क्षेत्र, रायसीना हिल्स, नई दिल्ली, दिल्ली-110004

तालकटोरा उद्यान
एड्रेस----राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति की संपत्ति, नई दिल्ली, दिल्ली-110004

राजेंद्र पार्क
एड्रेस----35/16, शंकर रोड, केनरा बैंक कवाटर, ब्लॉक 35, ओल्ड राजिंदर नगर, नई दिल्ली

अजमेरी गेट पार्क
एड्रेस----5258, श्रद्धानंद मार्ग, कूचा टिकू शाह, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

अजमल खान पार्क
एड्रेस----अजमल खान आरडी, ब्लॉक 57, करोल बाग, नई दिल्ली, दिल्ली-110005

स्टोन बाग़
एड्रेस----वेस्ट पटेल नगर, पटेल नगर, नई दिल्ली, दिल्ली-110008

सत्य निकेतन पार्क
एड्रेस----सत्य निकेतन, दक्षिण मोती बाग, नई दिल्ली, दिल्ली-110021

मधुबन पार्क
एड्रेस----मदर डेयरी मार्ग, I.P.Extension, पटपड़गंज, नई दिल्ली, दिल्ली-110092

संजय झेल एंड पार्क
एड्रेस----ब्रिगेडियर होशियार सिंह मार्ग, लक्ष्मी बाई नगर, नई दिल्ली, दिल्ली-110001

लेक पार्क
एड्रेस----लक्ष्मी बाई नगर, नई दिल्ली, दिल्ली-110023

मुगल गार्डन दिल्ली
एड्रेस----गेट नंबर 35, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली, दिल्ली-110004

Tourist Place | Delhi Park Name And Address Part-2

Delhi Park Name And Address Part-2




दिल्ली के पार्क के बारे में बात करे तो इससे पहले कुछ पार्को के बारे में एक पोस्ट डाल चूका हूँ | यह दूसरा पोस्ट है दिल्ली के पार्को के बारे में | यहाँ हर पार्क में कुछ न कुछ नया देखने को मिलता हैं और ख़ास कर बच्चो के लिए घूमने, खेलने कूदने और मस्ती करने के लिए सबसे अच्छी पार्क ही होता है | कुछ लोग टहलने और अपने आप को शांति प्राप्त करने के लिए पार्क का दौरा तो जरूर ही करते है | इसके अलावा पार्क का डिमांड सबसे ज्यादा कपल का ही होता है | आज हम पार्क का नाम और अड्रेस के बारे में बताएंगे जिससे आप आसानी से इन जगहों पे जा कर घूम सकते हैं | दिल्ली में बहुत सारे पार्क है और सभी पार्को के नाम एक ही पोस्ट में नहीं बता पाएंगे इसलिए सारे पार्को के नाम और अड्रेस बताने के लिए कम से कम 3, 4,  पोस्ट करना पड़ेगा | तो आज के पोस्ट में कुछ ही पार्क और अड्रेस के बारे में बताएंगे | 

दिल्ली के पार्क का नाम और अड्रेस

टोडरमल पार्क
एड्रेस----एड्रेसटोडरमल रोड एरिया, मंडी हाउस, नई दिल्ली, दिल्ली-110001

दीन दयाल उपाध्याय पार्क
एड्रेस----पंडित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग, प्रेस एन्क्लेव, बाराखंभा, नई दिल्ली, दिल्ली-110002

राउंड पार्क
एड्रेस----टाइप 6, ब्लॉक ए, अराम बाग, झंडेवालान, नई दिल्ली, दिल्ली-110055

जॉगर्स पार्क
एड्रेस----एल -1, पहार गंज, ब्लॉक E2, झंडेवालान एक्सटेंशन, करोल बाग, नई दिल्ली, दिल्ली-110016

रविदास पार्क
एड्रेस----नबी करीम, पहाड़गंज, नई दिल्ली, दिल्ली-110055

हाथी पार्क
एड्रेस----स्वामी गणेश दत्त मार्ग, महिला कॉलोनी, सीलमपुर, दिल्ली-110031

नेशनल इंडो-अफ्रीका फ्रेंडशिप रोज गार्डन
एड्रेस----सत्या मार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, दिल्ली-110021

बिंद्रा पार्क
एड्रेस----सी -70, मेजर सुदेश कुमार मार्ग, ब्लॉक सी, राजौरी गार्डन, नई दिल्ली, दिल्ली-110027

पश्चिम विहार जिला उद्यान
एड्रेस----आउटर रिंग रोड, ए -2, पॉकेट जीएच 2, पस्चीम विहार, दिल्ली-110063

वेस्ट पटेल नगर पार्क
एड्रेस----प्रेम प्रकाश नारंग मार्ग, ब्लॉक एफ, पश्चिम पटेल नगर, नई दिल्ली, दिल्ली-110008

करोल बाग तिकोना पार्क
एड्रेस----टैंक रोड, ब्लॉक 3A, WEA, करोल बाग, नई दिल्ली, दिल्ली-110005

शालीमार / लवकुश पार्क
एड्रेस----45, स्वामी अमरदेव मार्ग, भोला नाथ नगर, शाहदरा, नई दिल्ली, दिल्ली-110032

आजाद पार्क
एड्रेस----राय केदारनाथ मार्ग, टाउन हॉल, चांदनी चौक, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

कुदसिया बाग
एड्रेस----प्रेमा कुंज, रेलवे कॉलोनी, सिविल लाइंस, नई दिल्ली, दिल्ली-110054

सदर बाजार पार्क
एड्रेस----बसंत लाइन, सदर बाज़ार, दिल्ली छावनी, नई दिल्ली, दिल्ली-110010

Tourist Place | Delhi Collage Name And Address

Delhi Collage Name And Address



दिल्ली के कॉलेज के बारे में बात करे तो दिल्ली में दो चार ही नहीं इससे भी ज्यादा कॉलेज है | यहाँ के कॉलेजों में अड्मिशन के लिए टेस्ट निकालना परता है तभी जा कर एडमिशन हो पता है | दिल्ली के कुछ कॉलेजों में इंजीनियरिंग के अलावा भी बहुत सारे कोर्स होते हैं | आज हम कॉलेज का नाम और अड्रेस के बारे में बताएंगे जिससे आप आसानी से इन जगहों पे जा सकते हैं | तो आज के पोस्ट में कुछ कॉलेज और उनके अड्रेस के बारे में बताएंगे |

दिल्ली के कॉलेज का नाम और अड्रेस

दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
एड्रेस----बवाना रोड, शाहबाद दौलतपुर, रोहिणी, दिल्ली-110042

गुरु गोविन्द सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी
एड्रेस----सेक्टर-16 C, द्वारका, दिल्ली-110078

इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी-हेड ऑफिस
एड्रेस----93, मैदान गढ़ी रोड, प्रजापति मोहल्ला, दिल्ली-110068

जामिया मिलिया इस्लामिया
एड्रेस----मौलाना मोहम्मद अली जौहर मार्ग, जमा नगर, ओखला, दिल्ली-110025     

शहीद भगत सिंह कॉलेज यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली
एड्रेस----मेहरौली रोड नियर यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, फेज II, शेख सराय, दिल्ली-110017

गार्गी कॉलेज
एड्रेस----सीरी फोर्ट रोड, सीरी फोर्ट इंस्टीच्यूशनल एरिया, दिल्ली-110049

लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वोमेन
एड्रेस----लाला लाजपत राय रोड, ओपोजिट ब्लूबेल्स स्कूल, लाजपत नगर 4, दिल्ली-110024

दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स
एड्रेस----ब्लॉक E, नेताजी नगर,दिल्ली -110023

यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली
एड्रेस----बेनिटो जुआरेज मार्ग, साउथ कैम्पस, साउथ मोतीबाग, दिल्ली-110021

जेसुस एंड मैरी कॉलेज
एड्रेस----D1 E4, सन मार्टिन मार्ग, बापू धाम, चाणक्यपुरी, दिल्ली-110021

कॉलेज पफ आर्ट
एड्रेस----No.20-22, Opp, तिलक मार्ग, सुप्रीम कोर्ट, मंडी हाउस, दिल्ली-110001

ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज
एड्रेस----जवाहरलाल नेहरू मार्ग, SKD बस्ती, प्रेस एंक्लेव, अजमेरी गेट, दिल्ली-110002

इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वोमेन-यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली
एड्रेस----31, शाम नाथ मार्ग, सिविल लाइन्स, दिल्ली-110054

हंसराज कॉलेज
एड्रेस----महात्मा हंस राज मार्ग, C-1 ब्लॉक, मलका गंज, दिल्ली-110007

St स्टीफेंस कॉलेज
एड्रेस----सुधीर बोस मार्ग, यूनिवर्सिटी एन्क्लेव, दिल्ली-110007

हिन्दू कॉलेज यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली
एड्रेस----सुधीर बोस मार्ग, यूनिवर्सिटी एन्क्लेव, दिल्ली-110007

रामजस कॉलेज-यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली
एड्रेस----रामजस कॉलेज, यूनिवर्सिटी एन्क्लेव, दिल्ली-110007

मिरांडा हाउस यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली
एड्रेस----GC नारंग रोड, यूनिवर्सिटी एन्क्लेव, दिल्ली-110007

मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज
एड्रेस----बहादुर शाह ज़फर मार्ग, दिल्ली-110002

Tourist Place | Delhi Hospital Name And Address

Delhi Hospital Name And Address




दिल्ली के हॉस्पिटल के बारे में बात करे तो दिल्ली में दस बिस ही नहीं इससे भी ज्यादा हॉस्पिटल है | हर हॉस्पिटल में बहुत सारे डॉक्टर और कम्पाउण्डर है जहाँ मरीजों को किसी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं देते हैं | दिल्ली में एक से एक स्पेस्लिस्ट हॉस्पिटल देखने को मिलता हैं | आज हम हॉस्पिटल का नाम और अड्रेस के बारे में बताएंगे जिससे आप आसानी से इन जगहों पे जा सकते हैं | दिल्ली में बहुत सारे हॉस्पिटल है और सभी हॉस्पिटल के नाम एक ही पोस्ट में नहीं बता पाएंगे इसलिए सारे हॉस्पिटल के नाम और अड्रेस बताने के लिए कम से कम 3, 4,  पोस्ट करना पड़ेगा | तो आज के पोस्ट में कुछ ही हॉस्पिटल और अड्रेस के बारे में बताएंगे |

दिल्ली के हॉस्पिटल का नाम और अड्रेस

समा हॉस्पिटल
एड्रेस----8, सीरी फोर्ट रोड, सेक्टर 3, सादिक नगर, दिल्ली-110049

दिल्ली हॉस्पिटल
एड्रेस----राजीव नगर, शेर सिंह एन्क्लेव, सेक्टर 39, रोहिणी, दिल्ली-110085

BLK सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
एड्रेस----पूसा रोड, राधा सोआमी सतसंग, राजेंद्र प्लेस, दिल्ली-110005

बत्रा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर
एड्रेस----1, मेहरौली बदरपुर रोड, तुग़लकाबाद, इंस्टीच्यूशनल एरिया, दिल्ली-110062

मैक्स देविका देवी हार्ट एंड वैस्कुलर इंस्टीच्यूट
एड्रेस----2, प्रेस एन्क्लेव रोड, साकेत, दिल्ली-110017

मजिदिआ हॉस्पिटल
एड्रेस----गुरु रविदास मार्ग, तुग़लकाबाद इंस्टीच्यूशनल एरिया, दिल्ली-110062

इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल
एड्रेस----एन एच 2, मथुरा रोड, सरिता विहार, दिल्ली-110076

बनारसी दास चांदीवाला इंस्टीच्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस
एड्रेस----माँ आनंदमई मार्ग, कालकाजी, दिल्ली-110025

होली फैमिली हॉस्पिटल
एड्रेस----ओखला रोड, नियर एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीच्यूट, ओखला, दिल्ली-110025

एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीच्यूट एंड रीसर्च सेंटर
एड्रेस----ओखला मैन रोड, ओपोजिट होली फैमिली हॉस्पिटल, जसोला विहार, दिल्ली-110025

लायंस किडनी हॉस्पिटल एंड यूरोलॉजी रिसर्च इंस्टीच्यूट
एड्रेस----ब्लॉक-B, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, खिजराबाद, दिल्ली-110065

मैक्स हॉस्पिटल
एड्रेस----A-364, सेक्टर-19, नोएडा, यूपी-201301

मूल चंद करैती राम हॉस्पिटल
एड्रेस----लाला लाजपत राय पथ, पार्ट-III, लाजपत नगर, दिल्ली-110024

सफदरजंग हॉस्पिटल इंस्टीच्यूट ऑफ़ पैथोलॉजी
एड्रेस----औरोबिन्दो मार्ग, सफदरजंग, दिल्ली-110029

ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस
एड्रेस----सफदरजंग मार्ग, अंसारी नगर, दिल्ली-110029

बेस हॉस्पिटल
एड्रेस----हॉस्पिटल रोड, दिल्ली कैंट, दिल्ली-110010

माता चन्दन देवी हॉस्पिटल
एड्रेस----C-1, जनकपुरी, दिल्ली-110058

दीं दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल
एड्रेस----नियर हरी नगर घंटा घर, हरी नगर, दिल्ली-110064

DDU सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
एड्रेस----लाल साइन मंदिर मार्ग, C3 रोड, जनकपुरी, दिल्ली-110058

राम मनोहर लोहिआ हॉस्पिटल
एड्रेस----बाबा खरक सिंह मार्ग, कनाट प्लेस, दिल्ली-110001

SMT. सुचेता किर्पलनी हॉस्पिटल
एड्रेस----पंचकुइआं रोड, नियर बसंत लेन कॉलोनी, कनाट प्लेस, दिल्ली-110001

गोविंद BALLB PANT हॉस्पिटल
एड्रेस----जवाहरलाल नेहरू मार्ग, दरियागंज, दिल्ली-110002

हिन्दू राव हॉस्पिटल
एड्रेस----रानी झांसी मार्ग, मल्कागंज, दिल्ली-110007

संत परमानन्द हॉस्पिटल
एड्रेस----18, शामनाथ मार्ग, सिविल लाइन्स, दिल्ली-110054

Dr. B.L. कपूर मेमोरियल हॉस्पिटल
एड्रेस----पूसा रोड, दिल्ली-110005

इंडियन स्पाइनल इंजुरिएस सेंटर
एड्रेस----सेक्टर-C, OPP. वसंत वैली स्कूल, वसंत कुंज, दिल्ली-110070

बालक राम हॉस्पिटल
एड्रेस----तिमरपुर, दिल्ली-110070

Tourist Place | Delhi Park Name And Address Part-1

Delhi Park Name And Address Part-1



दिल्ली के पार्क के बारे में बात करे तो दिल्ली में दस बिस ही नहीं इससे भी ज्यादा पार्क है | हर पार्क में कुछ न कुछ नया देखने को मिलता हैं और ख़ास कर बच्चो के लिए घूमने, खेलने कूदने और मस्ती करने के लिए सबसे अच्छी पार्क ही होता है | कुछ लोग टहलने और अपने आप को शांति प्राप्त करने के लिए पार्क का दौरा तो जरूर ही करते है | इसके अलावा पार्क का डिमांड सबसे ज्यादा कपल का ही होता है | आज हम पार्क का नाम और अड्रेस के बारे में बताएंगे जिससे आप आसानी से इन जगहों पे जा कर घूम सकते हैं | दिल्ली में बहुत सारे पार्क है और सभी पार्को के नाम एक ही पोस्ट में नहीं बता पाएंगे इसलिए सारे पार्को के नाम और अड्रेस बताने के लिए कम से कम 3, 4,  पोस्ट करना पड़ेगा | तो आज के पोस्ट में कुछ ही पार्क और अड्रेस के बारे में बताएंगे | 



दिल्ली के पार्क का नाम और अड्रेस

ईको पार्क, दिल्ली
अड्रेस----मेट्रो विहार, शास्त्री पार्क, शाहदरा, नई दिल्ली, दिल्ली-110053

महाराजा अग्रसेन पार्क
अड्रेस----नंबर 2, नियर मेट्रो स्टेशन रोड, इंटर स्टेट बस टर्मिनल, कश्मीरी गेट, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

बुद्धा जयंती पार्क
अड्रेस----वन्देमातरम मार्ग, सेंट्रल रिज रिज़र्व फॉरेस्ट, नई दिल्ली, दिल्ली-110021

नेहरू पार्क
अड्रेस----अशोक होटल इन द चाणक्यपुरी डिप्लोमेटिक एरिया, रामनगर, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, दिल्ली-110023

लोधी गार्डन
अड्रेस----लोधी रोड, लोधी एस्टेट, नई दिल्ली, दिल्ली-110003

चिल्ड्रेन पार्क
अड्रेस----इंडिया गेट, नई दिल्ली, दिल्ली-110001

इन्द्रप्रस्थ पार्क
अड्रेस----रिंग रोड, ग्रांड ट्रंक रोड, ब्लॉक A, गंगा विहार, सराय काले खान, नई दिल्ली, दिल्ली-110013

सेंट्रल पार्क
अड्रेस----कनॉट प्लेस, राजीव चौक, नई दिल्ली, दिल्ली-110001

चिल्ड्रेन पार्क
अड्रेस----फ़ासिल रोड, चांदनी चौक, चबाड़ी बाज़ार, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

महात्मा गाँधी पार्क
अड्रेस----टाउन हॉल, चांदनी चौक, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

महिला पार्क
अड्रेस----शॉप नं 2, पुराना, जामा मस्जिद रोड, मीना बाज़ार, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

कमला नेहरू पार्क
अड्रेस----कमला मार्केट के पीछे, अजमेरी गेट, नई दिल्ली, दिल्ली-110002

अजमेरी गेट पार्क
अड्रेस----5258, श्रद्धानंद मार्ग, कूचा टिकू शाह, दिल्ली-110006

गोल्डन जुबली पार्क
अड्रेस----सर्विस रोड, राज घाट, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

दिल्ली चलो पार्क
अड्रेस----लाल किला, चांदनी चौक, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

श्री चंद्र शेखर पार्क
अड्रेस----महात्मा गांधी मार्ग, विजय घाट, राज घाट, नई दिल्ली, दिल्ली-110006

शांतिवन
अड्रेस----शांति वन लाल किले के पीछे, महात्मा गांधी मार्ग, नई दिल्ली, दिल्ली-110002

मिलेनियम पार्क दिल्ली
अड्रेस----रिंग रोड, ब्लॉक A, गंगा विहार, सराय काले खान, नई दिल्ली, दिल्ली-110013

10 Jan 2019

Tourist Place | Delhi Bus Stand Name

दिल्ली बस स्टैण्ड

Delhi-Bus-Stand-Name



दिल्ली बस स्टैण्ड के बारे में बता दे की यहाँ से दिल्ली के अंदर कहीं भी बस से सफर कर सकते है | इसके अलावा दिल्ली से दूसरे स्टेट जाने के लिए भी यहाँ से आसानी से बस मिल जाता है | और यहाँ दो तरह की बसे चलती है ऐसी और नॉन ऐसी | आजकल लोग ट्रैन से सफर करते करते बोर हो गए हैं इसके अलावा टाइम भी ज्यादा लगता है | इसलिए लोग अब बस का सफर ज्यादा पसंद करने लगे है | 


दिल्ली से दूसरे स्टेट जाने वाली बस स्टैण्ड का नाम |


  • महाराणा प्रताप स्टेट बस टर्मिनस, कश्मीरी गेट |
  • वीर हकीकत राय स्टेट बस टर्मिनस, सराय काले खान |
  • स्वामी विवेकानंद स्टेट बस टर्मिनस, आनन्द विहार |


दिल्ली में चलने वाली और दूसरे स्टेट जाने वाली बस जहाँ से खुलती है उस बस स्टैण्ड का नाम |

  • 901 DTC बस स्टॉप  | अड्रेस----Y- ब्लॉक आरडी, ब्लॉक Y, मंगोलपुर खुर्द, मंगोलपुरी, नई दिल्ली, दिल्ली 110083 |
  • DTC बस डिपोट  | अड्रेस----रोड नंबर.-43, पुलिस लाइन्स, ब्लॉक C2, वेस्ट एन्क्लेव, पीतमपुरा, दिल्ली-110034
  • डेली वॉल्वो बस सर्विस  | अड्रेस----413, फोर्थ फ्लोर, एक्सप्रेस टॉवर, गोपाल नगर, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, मॉडल टाउन, दिल्ली-110033
  • हिमाचल वॉल्वो बस सर्विस  | अड्रेस ----शॉप नंबर-128, मजनू का टीला, न्यू अरुणा नगर, दिल्ली-110054
  • DTC बस पास काउंटर  | अड्रेस----फर्स्ट फ्लोर, यूटिलिटी सेंटर, गेट नंबर-1, विश्वविद्यालय मार्ग, दिल्ली-110007
  • I.S.B.T. कश्मीरी गेट  | अड्रेस----युधिस्टर सेतु, कश्मीरी गेट, दिल्ली-110006
  • अशोक बस सर्विस | अड्रेस----G-18, पालिका प्लेस, नियर मेट्रो स्टेशन, R. K. आश्रम मार्ग, ब्लॉक-42, DIZ एरिया, गोल मार्केट, नई दिल्ली, दिल्ली-110001
  • डेली ट्रांसपोर्ट सर्विस  | अड्रेस----UG 52, पालिका प्लेस, नियर R.K. आश्रम मार्ग मेट्रो स्टेशन, पाजपथ एरिया, रायसीना हिल्स, दिल्ली-110001
  • सप्लाई डेपोट  | अड्रेस----करिअप्पा मार्ग, किर्बी प्लेस, दिल्ली कैंटोन्मेंट, दिल्ली-110010 
  • धौला कुआँ  | अड्रेस----Bus Ln, धौला कुआँ इंक्लाव I, दिल्ली कैंटोनमेंट, दिल्ली-110010
  • R.R. लाइन्स  | अड्रेस----रिंग रोड, निकोल्सोन लाइन्स,दिल्ली कैंटोन्मेंट, दिल्ली-110010
  • सरोजनी नगर मार्केट  | अड्रेस----ब्रिगेडियर होशियार सिंह मार्ग, ब्लॉक H, सरोजनी नगर, दिल्ली-110023
  • बेगमपुर क्रॉसिंग  | अड्रेस----शिवालिक कॉलोनी, मालवीया नगर, दिल्ली-110017
  • सावित्री सिनेमा बस स्टैण्ड  | अड्रेस----ग्रेटर कैलाश इंक्लेव II, ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली, दिल्ली-110048
  • DTC बस पास सेंटर  | अड्रेस----लाजपत नगर ब्रिज, शिनिवास पूरी, ब्लॉक-D, डिफेंस कॉलोनी, नई दिल्ली, दिल्ली-110024 
  • DTC बस डेपोट  | अड्रेस----C 10, कैप्टेन गौर मार्ग, ब्लॉक-C, कैलाश हिल्स, ईस्ट ऑफ़ कैलाश, नई दिल्ली, दिल्ली-110065
  • आगरा वॉल्वो बस टर्मिनल  | अड्रेस----ISBT सराय काले खां, नई दिल्ली, दिल्ली-110013
  • DTC बस पास ऑफिस  | अड्रेस----जामिया नगर, ओखला, नई दिल्ली, दिल्ली-110025

8 Jan 2019

Tourist Place | Delhi Metro Map/Rout

दिल्ली मेट्रो मैप 



Delhi-Metro-Map-Rout



दिल्ली मेट्रो मैप या रुट के बारे में बता दे की अगर आप दिल्ली के मेट्रो में सफर नहीं किये हैं या करना चाहते हैं तो इस मैप के जरिये आप आसानी से मेट्रो में सफर कर सकते हैं | मेट्रो में बहुत सारे लाइन होती है जो लोगो को समझ में नहीं आता है | जैसे में बता दे की इसमें ब्लू लाइन, लाल लाइन, हरा लाइन, पीला लाइन के अलावा और लाइन होता है जैसा की आप मैप में देख सकते हैं | 

कुछ लोगो को पता नहीं होता है या फिर सोंचते है की कौन सी लाइन कहाँ जाती है मेट्रो में आटोमेटिक दरवाजा खुलता है और बंद हो जाता है और टिकट कहाँ से ले इससे लोग घबरा जाते हैं | तो मै बता दू की इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है जैसे आप ट्रैन में सफर करने के लिए जो प्रोसेस होता है वहीँ यहाँ पे भी है बस फर्क इतना है की रुट के हिसाब से कलर लाइन होता है | इस मैप के जरिये आप आसानी से मेट्रो में सफर क्र सकते हैं |

27 Jul 2016

Tourist Place | Delhi, Red Fort

लाल किला



Delhi-Red-Fort
लाल किला के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली के पुरानी दिल्ली में स्थित है। इस किले की बुनियाद 1639 में रखी गई थी। इसके निर्माण में नौ वर्ष का समय लगा था। इसके निर्माण के लिए ज्यादातर लाल पत्थरो का इस्तेमाल किये जाने के कारण ही इसे 'लाल किला' नाम दिया गया।

लाल किला को देखने के लिए प्रतिवर्ष लाखो पर्यटक आते है। लाल किला दिल्ली शहर का सर्वाधिक प्रख्यात पर्यटक स्थल है। यह किला वह स्थल है जहाँ से भारत के प्रधान मंत्री स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को देश की जनता को सम्बोधित करते हैं । यह दिल्ली का सबसे बड़ा स्मारक भी है।

लाल किला के बारे में और जानते हैं | इसी किले के प्राचीर पर 90 वर्ष तक यूनियन जैक लहराता रहा और 15 अगस्त 1947 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने तिरंगा फहराकर देश की आजादी का ऐलान किया।1947 में भारत के आजाद होने पर ब्रिटिश सरकार ने यह परिसर भारतीय सेना के हवाले कर दिया था, तब से यहां सेना का कार्यालय बना हुआ था। 22 दिसम्बर 2003 को भारतीय सेना ने 56 साल पुराने अपने कार्यालय को हटाकर लाल किला खाली किया और एक समारोह में पर्यटन विभाग को सौंप दिया। इस समारोह में रक्षा मंत्री जॉज फर्नांडीस ने कहा कि सशस्त्र सेनाओ का इितहास लाल किले से जुड़ा हुआ है, पर अब हमारे इितहास और विरासत के एक पहलू को दुिनया को दिखाने का समय है।

लाल किला की बात करे तो यहाँ की कलाकृतियाँ फ़ारसी, यूरोपीय एवं भारतीय कला का संश्लेषण है जिसका परिणाम विशिष्ट एवं अनुपम शाहजहानी शैली था। लाल किला दिल्ली की महत्त्वपूर्ण ईमारत समूह है। जो भारतीय इतिहास एवं उसकी कलाओ को अपने में समेटे हुए है। इसका महत्त्व समय की सीमाओ से बढ़कर है। यह वास्तुकला सम्बन्धी प्रतिभा एवं शक्ति का प्रतिक है।

लाल किला की खूबसूरती की बात करे तो इसकी दीवारों को काफी खूबसूरती से तराशी गई है। इसके दो मुख्य द्वार दिल्ली गेट एवं लाहौर गेट है। लाहौर गेट इसका मुख्य प्रवेशद्वार है। इसके अंदर एक लम्बा बाजार है, जिसकी दीवारे दुकानों से कतारित हैं । इसके बाद एक बड़ा खुला मैदान है |

इसके अलावा बता दे की लाहौर गेट से चट्टा चौक तक आने वाली सड़क से लगे खुले मैदान के पूर्व ओर नक्करखाना बना है। यह संगीतज्ञों हेतु बने महल का मुख्य द्वार है। इस गेट के पार एक और खुला मैदान है, जो कि मूलतः दीवाने-ए-आम का प्रांगण हुआ करता था। दीवान-ए-आम। यह जनसाधारण हेतु बना वृहत प्रांगण था। एक अलंकृत सिंहासन का छज्जा दीवान की पूर्वी दीवार के बीचों बीच बना था। यह बादशाह के लिए बना था और सुलेमान के राज सिंहासन की नकल ही था।

लाल किला के बारे में और जानते हैं | राजगद्दी के पीछे की ओर शाही निजी कक्ष स्थापित है। इस क्षेत्र में, पूर्वी छोर पर ऊँचे चबूतरों पर बने गुम्बददार इमारतों की कतार है, जिनसे यमुना नदी का किनारा दिखाई पड़ता है। ये मण्डप एक छोटी नहर से जुड़े हैं, जिसे नहर-ए-बिहशत कहते है, जो सभी कक्षो के मध्य से जाती है। किले के पूर्वोत्तर छोर पर बने शाह बुर्ज पर यमुना से पानी चढाय़ा जाता है, जहाँ से इस नहर को जल आपूर्ति होती है। इस किले का परिरुप कुरान में वर्णित स्वर्ग या जन्नत के अनुसार बना है। यहाँ लिखी एक आयत कहती है,

यदि पृथ्वी पर कहीं जन्नत है, तो वो यहीं है, यहीं है, यहीं है।

लाल किला के बारे में रोचक तथ्यों के बारे में बता दे की महल की योजना मूलरूप से इस्लामी रूप में है, परंतु प्रतेयक मंडप अपने वास्तु घटको में हिन्दू वास्तुकला को प्रकट करता है। लालिकले का प्रासाद, शाहजहानी शैली का उत्कृष्ट नमूना प्रस्तुत करता है। महल के दो दक्षिणवर्ती प्रासाद मिहलाओं हेतु के लिए बने हैं, जिन्हें जनाना कहते हैं: मुमताज महल, जो अब संग्रहालय बना हुआ है, एवं रंग महल, जिसमे सुवर्ण मण्डित नक्काशीकृत छतें एवं संगमरमर से बने हैं, जिसमे नहर-ए-बहिश्त से जल आता है।

इसके अलावा जानने  के लिए बहुत कुछ है जैसे में लाल किला के अंदर दक्षिण से तीसरा मंडप है खास महल। इसमें शाही कक्ष बने है। इनमे राजसी शयन-कक्ष, प्रार्थना-कक्ष, एक बरामदा और मुसम्मन बुर्ज बने है। इस बुर्ज से बादशाह जनता को दर्शन देते थे। अगला मंडप है दीवान-ए-खास, जो राजा का मुक्तहस्त से सुसज्जित निजी सभा कक्ष था। यह सचिवीय एवं मंत्रिमंडल तथा सभा में बैठको के काम आता था इस मंडप में पीट्रा ड्यूरा से पुष्पीय आकृित से मण्डित स्तंभ बने है।  इनमे सुवर्ण पर्त् भी मढी है, तथा बहुमूल्य रत्न जड़े है। इसमें अब रजत पर सुवर्ण मंडान किया गया है।

अगला मंडप के बारे में बता दे की हमाम है जो कि राजसी स्नानागार था, एवं तुर्की शैली में बना है। इसमे संगमर्मर में मुग़ल अलंकरण एवं रंगीन पाषाण भी जड़ें हैं। हमाम के पश्चिम में मोती मस्जिद बनी है। यह 1659 में, बाद में बनाई गई थी, जो औरंगज़ेब की निजी मस्जिद थी। यह एक छोटी तीन गुम्बद वाली, तराशे हुए श्वेत संगमरमर से निर्मित है। इसका मुख्य फलक तीन मेहराबो से युक्त है, एवं आंगन में उतरता है। जहाँ फुलो का मेला है |

इसके उत्तर में एक वृहत औपचारिक उधान है जिसे हयात बख्श बाग कहते है। इसका अर्थ है जीवन दायी उद्यान। यह दो कुल्याओं द्वारा द्विवभाजित है। एक मंडप उत्तर दक्षिण कुल्या के दोनो छोरों पर स्थित है एवं एक तीसरा बाद में अंतिम  मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर द्वारा 1842 बनवाया गया था। यह दोनो कुल्याओं के मिलान स्थल के केंद्र में बना है।

लाल किला की बात करे तो इसकी खूबसूरती बहुत ही लाजवाब है | यहाँ घूमने के लिए हर दिन हजारो की तादाद में लोग आते है | लाल किला के अंदर जाने के लिए entry fees लगती है | इसके अलावा यहाँ से 500 मीटर की दुरी जामा मस्जिद हैं यहाँ आने के इन दोनों जगहों को आसानी से घूम सकते है | इसके अलावा ख़ास बात ये है की मार्केटिंग करने के लिए बहुत अच्छी जगह है |

Tourist Place | Delhi, India Gate

इंडिया गेट




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इंडिया गेट के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। इसे मूल रूप से अखिल भारतीय युद स्मारक कहा जाता है। नई दिल्ली के राजपथ पर स्थित है | यह करीब 46 मीटर ऊँचा एक विशाल द्वार है। इसे सन 1161 में बनाया गया था। इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियन्स ने तैयार किया था। यह स्मारक पेरिस के आर्क डे ट्रायम्फ से प्रेरित है। इस स्मारक का निर्माण अंग्रेज शासकों द्वारा उन 10000 भारतीय सैनिकों की स्मृति में किया गया था जो ब्रिटिश सेना में भर्ती होकर प्रथम विश्वयुद्ध और अफ़ग़ान युद्ध में शहीद हुए थे।

इंडिया गेट के बारे में और जानते हैं | यूनाइटेड किंगडम के कुछ सैनिकों और अधिकारियों सहित 13,300 सैनिकों के नाम, गेट पर उत्कीर्ण हैं। यह स्मारक लाल और पिले बलुआ पत्थरो से बना हुआ है। यह स्मारक दर्शनीय है। इसकी मेहराब के निचे अमर जवान ज्योति स्थापित कर दी गई है। अनाम सैनिकों की स्मृति में यहाँ एक राइफल के ऊपर सैनिक की टोपी सजा दी गई है जिसके चारो कोनो पर हमेशा एक ज्योति जलती रहती है। इंडिया गेट पर प्रति  वर्ष प्रधान मंत्री व तीनों सेनाध्यक्ष पुष्प चक्र चढ़ाकर अपनी श्रंद्धाजलि अर्पित करते हैं। इंडिया गेट की दीवारों पर हजारों शहीद सैनिकों के नाम खुदे हैं ।

जब इंडिया गेट बनकर तैयार हुआ था। तब इंडिया गेट के सामने स्थित वह छतरी अभी भी ज्यों का त्यों है। इस छतरी के निचे किसी जमाने में जार्ज पंचम की भव्य मूर्ति हुआ करती थी। लेकिन भारत के आजाद होने के बाद उस मूर्ति को सरकार ने वहाँ से हटा कर कोरोनेशन पार्क में स्थापित कर दिया।

इंडिया गेट देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है और इसका डिजाइन काबिले तारीफ़ है | इसके चारो ओर बगीचा है और इसे देखने के लिए प्रतिदिन हजारो की तादाद में लोग आते हैं | इसके अलावा यहाँ एक छोटा सा तालाब है इसका भी मजा आप उठा सकते हैं | खास मौके पर यहाँ बहुत ज्यादा भीड़ होती है |

Tourist Place | Delhi, Lotus Temple

कमल मंदिर




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कमल मंदिर के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली के नेहरू प्लेस के पास स्थित है और इसे एक बहाई समुदाय द्वारा 1986 में बनाया गया था | कमल के आकार का यह मंदिर वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। यह अपने आप में एक अनूठा मंदिर है। यहाँ पर न कोई मूर्ति है और न ही किसी प्रकार का कोई धार्मिक कर्म काण्ड किया जाता है। भारत के लोगो के लिए कमल का फूल पवित्रता तथा शांति का प्रतिक होने के साथ ईश्वर के अवतार का संकेत चिन्ह भी है।

यह फूल कीचड़ में खिलने के बावजूद पवित्र तथा स्वच्छ रहना सिखाता है। कमल मंदिर में प्रतिदिन देश और विदेश के लगभग 10 हजार पर्यटक आते है। यहाँ का शांत वातावरण प्रार्थना और धेयान के लिए सहायक है।

कमल मंदिर के बात करे तो यह दिल्ली में स्थित यह बेहतरीन और सबसे शानदार इमारत है। इस मंदिर को अपने वास्तुशिल्प डिजाइन के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशो से अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार द्वारा नवाजा जा चूका है। मंदिर का उदघाटन 24 दिसंबर1986 को हुआ लेकिन आम जनता के लिए यह मंदिर 1 जनवरी 1987 को खोल गया । बहाई उपासना मंदिर उन मंदिर में से एक है जो गौरव, शांति एवं उत्कृष्ट वातावरण को ज्योतिमय करता है। जो किसी भी श्राद्धलु को आध्यात्मिक रूप से प्रोत्साहित करने के लिए अति आवश्यक है। चमकदार सफ़ेद संगमरमर मंदिर कलात्मक प्राकृतिक बगीचे, रास्तो और बालू द्वारा निर्मित खूबसूरत डिजाइन से घिरा हुआ है। इतना ही नहीं लोग उपासना मंदिर के पुस्तकालय में बैठ कर धर्म की किताबें भी पढ़ते हैं और उनपर शोध भी करने आते है। 

कमल मंदिर की बात करे तो यह देखने में बहुत ही खूबसूरत है और इसका डिजाइन बहुत ही बेहतरीन है | इस मंदिर के निचे चारो कॉर्नर पर छोटे छोटे तालाब है जिसका पानी का रंग ब्लू और देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है | मंदिर के चारो ओर बगीचा है जहाँ आप आसानी से बैठ कर आराम कर सकते हैं | इसके अलावा यहाँ देखने और जानने के लिए बहुत कुछ है |

Tourist Place | Delhi, Qutub Minar

कुतुब मीनार



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कुतुब मीनार के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित है। पत्थरो से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। यह मीनार इस्लाम और हिन्दू स्थापत्य का बेजोड़ नमूना है। कुतुब मीनार घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है। यहाँ पर प्रतिदिन हजारो की तादात में पर्यटक आते है। कुतुब मीनार के अलावा मस्जिद, अला-ई-मीनार और अशोक स्तंभ भी है।

कुतुब मीनार की बात करे तो इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर है। यह लाल और धूसर बलुआ पत्थरो से बना है। इस मीनार का आधार का व्यास 14.3 मीटर और शिखर का व्यास 2.75 मीटर है। मीनार के चारो ओर बने आहते में भारतीय कला के कई उत्कृष्ट नमूने है। यह परिसर यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में स्वीकृत किया गया है।

कुतुब मीनार के  जानते हैं | दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक, ने कुतुब मीनार का निर्माण सन 1193 में आरम्भ करवाया, लेकिन केवल इसका आधार ही बनवा पाया। इसके बाद उसके उत्तराधिकारी शम्सुद्दीन इल्तुतमिश ने उपरी तीन मंजिले और बनवाई। मीनार के आसपास एक ऊँची दिवार है जिसके बाहरी गलियारे को पत्थरो से निर्मित बड़े स्तम्भों से सहारा दिया गया था।

इस मीनार को 1368 में फिरोजशाह तुगलक ने पाँचवी और अंतिम मंजिले बनवाई । ऐबक से तुगलक तक स्थापत्य एवं वास्तु शैली में बहुत बदलाव किये और यहाँ स्पष्ट देखा जा सकता है। मीनार को लाल बलुआ पत्थरो से बनाया गया है, जिस पर कुरआन की आयतों की एवं फूल बेलो की महीन नक्काशी की गई है। इस मीनार के निर्माण उद्देश्य के बारे में कहा जाता है कि यह कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद से अजान देने, निरिक्षण एवं सुरक्षा करने या इस्लाम की दिल्ली पर विजय के प्रतिक के रूप में बनी ।

कुतुब मीनार के बारे में रोचक बाते जानते हैं | कुछ पुरात्तव शास्त्रियों का कहना है कि इसका नाम प्रथम तुर्की सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर पड़ा, वहीं कुछ यह मानते है कि इसका नाम बग़दाद के प्रसिद्ध सन्त कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर है, जो भारत में वास करने आये थे। इल्तुतमिश उनका बहुत आदर करते था, इसलिए कुतुब मीनार को यह नाम दिया गया। कुतुब मीनार पर अंकित नागरी और फारसी अभिलेखों से प्रतीत होता है कि सन 1326 और 1368 में बिजली गिरने से इसे दो बार नुकसान हुआ था। पहले नुकसान के बाद मुहम्मद तुगलक ने उसने 1332 में इसकी मरम्मत कराई। दूसरे नुक्सान के बाद फिरोज शाह तुगलक ने इसकी मरम्मत कराई थी । बाद में 1503 में सिकंदर लोदी ने भी उपर की मंजिलों की मरम्मत कराई थी।


कुतुब मीनार की खूबसूरती जो देखने में बहुत ही लाजवाब है | इसे देखने और जानने के लिए प्रतिदिन हजारो की तादाद में लोग यहाँ आते है | घूमने के लिए तो बहुत अच्छी जगह है और यह एक पर्यटक स्थल भी है | 

Tourist Place | Delhi, Humayun's Tomb

हुमायूँ का मकबरा




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हुमायूँ का मकबरा के बारे में बता देखी यह भारत की राजधानी दिल्ली के पुराने किले के निकट निजामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में मथुरा मार्ग के निकट स्थित है। हुमायूँ का मकबरा इमारत परिसर मुगल वास्तुकला से प्रेरित मकबरा स्मारक है।

हुमायूँ का मकबरा की बात करे तो गुलाम वंश के समय में यह भूमि किलोकरी किले में हुआ करती थी और नसीरुद्दीन (1268-1287) के पुत्र तत्कालीन सुलतान केकूबाद की राजधानी हुआ करती थी। यहाँ मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है और इसमें हुमायूँ की कबर सिहत कई अन्य राजसी लोगों की भी कब्रे हैं।

हुमायूँ का मकबरा के बारे में और जानते हैं | यह समूह विश्व धरोहर घोसित है एवं भारत में मुगल वास्तुकला का प्रथम उदाहरण है। इस मक़बरे में वही चारबाग शैली है, जिसने भविष्य में ताजमहल को जन्म दिया। यह मकबरा हुमायूँ की विधवा बेगम हमीदा बानो बेगम के आदेशानुसार 1562 में बना था। इस भवन के वास्तुकार सैयद मुबारक इब्र मिराक घियाथुद्दीन एवं उसके पिता मिराक घियथुद्दीन थे जिन्हे अफगानिस्तान के हेरात शहर से विशेस रूप से बुलवाया गया था।

हुमायूँ का मकबरा की बात करे तो यह इमारत लगभग आठ वर्ष में बनकर तैयार हुई और भारतीय उपमहाद्वीप में चारबाग शैली का प्रथम उदाहरण बनी। यहाँ सर्वप्रथम लाल बलुआ पत्थर का प्रयोग हुआ था। 1993 में इस इमारत समूह को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।

इसके अलावा यहाँ पर मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है। हुमायूँ की कब्र के अलावा उसकी बेगम हमीदा बानो तथा बाद के सम्राट शाहजहां के ज्येष्ठ पुत्र दारा शिकोह और कई उत्तराधिकारी मुगल सम्राट जहांदर शाह, फर्रुखिशयार, रफी उल-दर्जत, रफी उददौलत एवं आलमगीर द्वितीय आदि की कब्रे स्थित है।

इस इमारत में मुगल स्थापत्य में एक बड़ा बदलाव दिखा, जिसका प्रमुख अंग चारबाग शैली के उद्यान थे। ऐसे उद्यान भारत में इससे पूर्व कभी नहीं दिखे थे और इसके बाद अनेक इमारतों का अभिन्न अंग बनते गये। इसके पूर्व निर्मित हुमायूँ के पिता बाबर के काबुल स्थित मकबरे बाग ए बाबर से एकदम भिन्न था। बाबर के साथ ही सम्राटों को बाग में बने मकबरों में दफन करने की परंपरा आरंभ हुई थी। अपने पूर्वज तैमूर लंग के समरकंद में बने मकबरे पर आधारित ये इमारत भारत में आगे आने वाली मुगल स्थापत्य के मकबरों की प्रेरणा बना।

हुमायूँ का मकबरा की बात करे तो यमुना नदी के किनारे मकबरे के लिए इस स्थान का चुनाव इसकी हजरत निजामुद्दीन (दरगाह) से निकटता के कारण किया गया था। संत निजामुद्दीन दिल्ली के प्रसिद्ध सूफ़ी संत हुए और वो इन्हें दिल्ली के शासकों द्वारा काफ़ी माना गया है। इनका तत्कालीन आवास भी मकबरे के स्थान से उत्तर-पूर्व दिशा में निकट ही निजामुद्दीन औलिया में स्थित था। बाद के मुगल इितहास में मुगल सम्राट बहादुर शाह ज़फ़र ने तीन अन्य  राजकुमारों सहित 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यहां शरण ली थी। बाद में उन्हे ब्रिटिश सेना के कप्तान हॉडसन ने यहीं से गिरफ्तार किया था ।

हुमायूँ का मकबरा की बात करे तो यह देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है | इसके चारो ओर से बगीचा है और घूमने के लिए तो ये बहुत ही अच्छी जगह है | इसके अलावा यहाँ देखने और मुगलो के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है | 

Tourist Place | Delhi, Jama Masjid

जामा मस्जिद



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जामा मस्जिद के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। जामा मस्जिद भारत की सबसे पुरानी और सबसे बरी मस्जिदो में से एक है। इसका निर्माण 1656  में हुआ और इसे बनाने में 6 वर्ष का समय लगा था। इस मस्जिद को शाहजहां द्वारा बनवाया गया था। ये मस्जिद चावरी बाजार रोड पर स्थित है। जामा मस्जिद पुरानी दिल्ली के मुख्य आकर्षणों में से एक है।

जामा मस्जिद के बारे में और जानते हैं | इस विशाल मस्जिद में 25,000 भक्त एक साथ प्रार्थना कर सकते है। इसका प्रार्थना गृह बहुत ही सुन्दर है। इसमें ग्यारह मेहराब है जिसमे बीच वाला मेहराब अन्य से कुछ बड़ा है। इसके ऊपर बने गुंबदों को सफ़ेद और काले संगमरमर से सजाया गया है जो निजामुद्दीन दरगाह की याद दिलाते हैं। 40 मीटर ऊँची चार मीनारे हैं जो लाल बलुआ पत्थरों एवं सफ़ेद संगमरमर से बनी हुई है। इस मस्जिद में सुंदरता से नक्काशी किये गए लगभग 260 स्तम्भ हैं इस मस्जिद में पूर्वी,उत्तर और दक्षिण द्वारों से प्रवेश किया जाता है। पूर्वी द्वार के बारे में कहा जाता है कि सुल्तान इसी द्वार का प्रयोग करते थे।

जामा मस्जिद की बात करे तो इसका फर्श सफ़ेद एवं काले संगमरमर से बनी है जो एक मुस्लिम प्रार्थना की चटाई की तरह दिखाई देता है। यह मस्जिद 5 फुट ऊँचे मंच पर स्थित है। इस मस्जिद में कई अवशेष हैं, जिनमे से एक कुरआन की एक प्राचीन प्रति है जो हिरण की खाल पर लिखी गई है। यह मस्जिद की उत्तरी दरवाजे पर रखी गई है। यह मस्जिद दिल्ली में लाल किले से महज 500 मी. की दूरी पर है। 

जामा मस्जिद के बहार बहुत बरा बाजार लगता है और यहाँ जरूरत की सारे सामान मिल जाते है | खासकर रविवार को बहुत ज्यादा भीड़ होती है यहाँ पे | घूमने के लिए तो बहुत ही अच्छी जगह है | मस्जिद की बात करे तो इसका डिजाइन बहुत ही खूबसूरत है | भारी मात्रा में यहाँ लोग इस मस्जिद को देखने के लिए आते हैं और यहाँ नमाज भी पढ़ते हैं |  

24 Jul 2016

Tourist Place | Delhi, Akshardham Temple

अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली




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अक्षरधाम मंदिर के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। अक्षरधाम मंदिर एक मात्र मन्दिर ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न संस्कृतियों का ऐसा बेमिसाल संगम है जहाँ पर भारत की दस हजार साल पुरानी रहस्यमय सांस्कृतिक धरोहर मौजूद है | यह विश्व का पहला ऐसा हिन्दू मन्दिर है जिसका प्रताप इतने कम समय में विश्व में फैला है और जिसका नाम अब गिनीज बुक ऑफ़ द वल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है।

अक्षरधाम मंदिर के बारे में और जानते हैं | इसमें 234 खम्बे, नौका की सुविधा, सिनेमाघर और करीब 20 हजार मुर्तिया है जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर बनाती है। 6 नवंबर 2005 को यह मंदिर बन कर तैयार हो गया था। यह ईमारत को दुनिया की सबसे अजीब इमारतों में इसलिए भी गिनी जाती है क़्योंकि पूरी ईमारत में कहीं भी कंक्रीट या स्टील का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसमें बस गुलाबी पत्थर लगे है। यह तीन हजार टन पत्थरो से निर्मित है। यहाँ पर हजारो की तादात में पर्यटक घूमने के लिए आते है |

भारत में इस समय प्राचीन और नविन ऐसी कई इमारते और वास्तु कला के अनोखे अजूबे है जिन्हे दुनिया भर में प्रसिद्वि हासिल है। दिल्ली का लाल किला, इंडिया गेट, केरल के मंदिर, सूर्य मंदिर, ताजमहल आदि ने ना सिर्फ भारत की सांस्कृतिक विरासत को हरा भरा किया है बल्कि इससे देश में वास्तु कला और भवन निर्माण कला को भी एक शिखर तक पहुँचाया है।

अक्षरधाम मंदिर की बात करे तो यह काफी लम्बी चौरी जगह में बनाया गया है | यहाँ घूमते घूमते पैर दुखने लगते हैं मतलब घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है | और यहाँ बहुत कुछ देख सकते है | इस मंदिर का डिजाइन इतना खूबसूरत है की क्या बताये | 

Tourist Place | Delhi, Raj Ghat

राज घाट, दिल्ली



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राज घाट के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। यह महात्मा गांधी का समाधि स्थल है जिसे 31 जनवरी 1948 को उनकी हत्या के उपरान्त बनाया गया था।

राज घाट के बारे में और जानते हैं | यह दिल्ली का सबसे लोकप्रिय आकर्षण स्थल है राज घाट यमुना नदी के किनारे महात्मा गांधी मार्ग पर स्थित है। इस स्थान पर प्रतिदिन हजारो पर्यटक घूमने के लिए आते हैं| यह स्मारक काले संगमरमर की बनी हुई है जो की वर्गाकार संरचना है जिसके एक किनारे पर मशाल जलती रहती है। और स्मारक पर 'हे राम' गुदा हुआ है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि महात्मा के ये अन्तिम शब्द थे।

राज घाट की बात करे तो जब भी यहाँ घूमने के लिए आएंगे तो आपको केवल महात्मा का स्मारक ही देखने को नहीं मिलेगा। इस समाधि स्थल के आस पास भारत पर शासन करने वाले कई अन्य महतवपूर्ण राजनीतिज्ञों के स्मारक स्थित है। इनमे जवाहरलाल नेहरू का शांतिवन, लाल बहादुर शास्त्री का विजयघाट, इन्दिरा गाँधी का शक्ति स्थल, ज्ञानि जैल सिंह का एकता स्थल और राजीव गाँधी की वीर भूमि शामिल है।

इसके अलावा यहाँ चारो ओर पेड़ पौधो लगे हुए हैं | मतलब एक बगीचा के तरह है यहाँ पेड़ के निचे बैठ कर ठंडी हवा का मजा ले सकते हैं | और यह जगह बहुत ही शांत रहता है | राज घाटके बारे में बता दे की इस स्मारक को वानु जी भुट्टा द्वारा डिजाइन किया गया है और स्थापत्य कला में दिवगंत नेता के अनुकरण में 'सरल' रखा गया है। हलाकि निर्माण के उपरान्त स्मारक में कई बदलाव किये जा चूका है। 

Tourist Place | Delhi, Old Fort

पुराना किला, नई दिल्ली



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पुराना किला के बारे में बता दे की यह नई दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है। यह प्राचीन दीना-पनाह नगर का आतंरिक किला है। इस किला का निर्माण शेर शाह सूरी ने अपने शासन काल में 1538 से 1545 के बिच करवाया था। किले के तीन बड़े दरवाजे हैं तथा इसकी दीवारें विशाल हैं। पुराणी किला के अंदर एक मस्जिद है। जिसमे दो तलिये अस्टभुजी स्तंभ है। हिन्दू साहितय के अनुसार यह किला इंद्रप्रस्थ के स्थल पर है जो पांडवों की विशाल राजधानी होती थी।

पुराना किला के बारे में और जानते हैं | इसका निर्माण शेर शाह सूरी द्वारा 1538 से 1545 के बीच कराया गया, जिसने मुग़ल बादशाह हुमायुँ से दिल्ली का सिंहासन छीन लिया था। ऐसा कहा जाता है कि मुग़ल बादशाह हुमायुँ की इस किले से नीचे गिरने के कारण दुर्घटनावश मृत्यु हो गई।

पुराना किला के बारे में बता दे की दिल्ली को सर्वप्रथम  पांडवो ने अपनी राजधानी इंद्रप्रस्थ के रूप में बसाया था, लेकिन इसका कोई पक्का प्रमाण नहीं हैं। पुराने किले के दक्षिण पूर्वी भाग में सन 1155 में परीक्षण के लिए खंदक खोदे गए थे और जो मिट्टी के पात्रो के टुकड़े आदि पाये गए वे महाभारत की कथा से जुड़े अन्य स्थल से प्राप्त पूरा वस्तुओं से मिलते जुलते थे जिससे इस पुराने किले के भूभाग को इंद्रप्रस्थ रहे होने की मान्यता को कुछ बल मिला है। भले ही महाभारत को एक पुराण के रूप में देखते हैं लेकिन बौद्ध साहित्य अंगुत्तर निकाय में वार्णित महाजनपदों यथा अंग, अवन्ती, गंधार, मगध आदि में से बहुतो का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है जो इस बात का संकेत है कि यह ग्रन्थ मात्र पौराणिक ही नहीं तथापि कुछ ऐतिहासिकता को भी संजोये हुए है।

दिल्ली के पुराना किला यमुना नदी के तट पर ही बना था लेकिन उत्तर और पश्चिम दिशाओं के ढलान से प्रतीत होता है कि नदी को जोड़ते हुए एक खाई सुरक्षा के दृष्टि से बनी थी। इस किले की चारो तरफ  की दीवारे लगभग 2,4 किलोमीटर लम्बी है और इसके तीन मुख्य दरवाजे उत्तर, पश्चिम और दक्षिण में हैं। इनमे से पश्चमी दरवाजे का प्रयोग आजकल किले में प्रवेश के लिए किये जाता है।

उत्तर की ओर का दरवाजा "तलाकी दरवाजा" कहलाता है। यह किला मुग़ल, हिन्दू और अफगानी वास्तुकला के समन्वय  का एक सुन्दर नमूना माना जाता है।

पुराना किला के बारे में बता दे की शेरशाह द्वारा बनाया गया शेर मंडल जो अश्त्कोनिय दो मंजिला भवन है। इसी भवन में हुमायुँ का पुस्तकालय हुआ करता था। यहीं पर एक बार पुस्तकों के बोझ को उठाये हुए जब हुमायुँ सीढ़ियों से उतर रहा था, तभी अजान की पुकार सुनाई परती है, नमाज का समय हो गया था। हुमायूँ की आदत थी कि नमाज की पुकार सुनते ही, जहाँ कहीं भी होता झुक जाया करता। और झुकते समय उसके पैर लम्बे चोगे में कहीं फंस गए और वह संतुलन खो कर गिर पड़ा। इस दुर्घटना से हुई शारीरिक क्षति से ही 1556 में वह चल बसा।