अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली
अक्षरधाम मंदिर के बारे में बता दे की यह भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। अक्षरधाम मंदिर एक मात्र मन्दिर ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न संस्कृतियों का ऐसा बेमिसाल संगम है जहाँ पर भारत की दस हजार साल पुरानी रहस्यमय सांस्कृतिक धरोहर मौजूद है | यह विश्व का पहला ऐसा हिन्दू मन्दिर है जिसका प्रताप इतने कम समय में विश्व में फैला है और जिसका नाम अब गिनीज बुक ऑफ़ द वल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है।
अक्षरधाम मंदिर के बारे में और जानते हैं | इसमें 234 खम्बे, नौका की सुविधा, सिनेमाघर और करीब 20 हजार मुर्तिया है जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर बनाती है। 6 नवंबर 2005 को यह मंदिर बन कर तैयार हो गया था। यह ईमारत को दुनिया की सबसे अजीब इमारतों में इसलिए भी गिनी जाती है क़्योंकि पूरी ईमारत में कहीं भी कंक्रीट या स्टील का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसमें बस गुलाबी पत्थर लगे है। यह तीन हजार टन पत्थरो से निर्मित है। यहाँ पर हजारो की तादात में पर्यटक घूमने के लिए आते है |
भारत में इस समय प्राचीन और नविन ऐसी कई इमारते और वास्तु कला के अनोखे अजूबे है जिन्हे दुनिया भर में प्रसिद्वि हासिल है। दिल्ली का लाल किला, इंडिया गेट, केरल के मंदिर, सूर्य मंदिर, ताजमहल आदि ने ना सिर्फ भारत की सांस्कृतिक विरासत को हरा भरा किया है बल्कि इससे देश में वास्तु कला और भवन निर्माण कला को भी एक शिखर तक पहुँचाया है।
अक्षरधाम मंदिर की बात करे तो यह काफी लम्बी चौरी जगह में बनाया गया है | यहाँ घूमते घूमते पैर दुखने लगते हैं मतलब घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है | और यहाँ बहुत कुछ देख सकते है | इस मंदिर का डिजाइन इतना खूबसूरत है की क्या बताये |