राजा और एक हसीन लडकी की छोटी सी कहानी है
एक हसीन लडकी एक राजा के दरबार में नाच दिखा रही थी ( राजा बदसूरत था ) निवेदन के बाद, लडकी ने राजा से, एक सवाल की इजाजत तलब की, राजा ने कहा कि पूछो!
लडकी ने कहा की -जब खुदा हस्न तकशिम कर रहा था, तो आप कहाँ थे?
राजा ने गुस्सा नहीं किया, बल्कि मुस्कुराते हुए कहा-जब तुम हुस्न की लाइन में खरी हुस्न ले रही थी, तो मै किस्मत की लाइन में खरा किस्मत ले रहा था और आज तुझ जैसी हुस्नवालियाँ मेरी गुलाम हैं ।
इसीलिए शायर ने कहा है -
"हुस्न" ना मांग "नसीब" मांग ऐ दोस्त "हुस्न" वाले
अक्सर "नसीब" वालो के गुलाम हुआ करते हैं |